छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति ने हैदराबाद में बिखेरी छटा, गरियाबंद के प्रेम यादव की टीम ने “लोक कला यात्रा 2025” में मचाई धूम, पारंपरिक वेशभूषा और मनमोहक लोकनृत्य ने दर्शकों का दिल जीत लिया
गरियाबंद। दक्षिण मध्य सांस्कृतिक केंद्र नागपुर जोन द्वारा आयोजित “लोक कला यात्रा 2025” में छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति ने अपनी अद्भुत छाप छोड़ी। हैदराबाद के माधोपुर शिल्पारामम में 30 सितंबर से 2 अक्टूबर तक हुए तीन दिवसीय राष्ट्रीय आयोजन में देश के विभिन्न राज्यों — पंजाब, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश — के सांस्कृतिक दलों ने भाग लिया।

इस भव्य आयोजन में गरियाबंद जिले के प्रेम यादव के नेतृत्व में लोक संस्कृति पारंपरिक लोक नृत्य संस्था की प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र रही। 15 सदस्यीय दल ने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक लोक संस्कृति और नृत्य की झलक मंच पर जीवंत कर दी। कलाकारों की पारंपरिक वेशभूषा, मनमोहक नृत्य मुद्राएँ और सुगन पारंपरिक वाद्य यंत्रों की थाप ने दर्शकों का दिल जीत लिया। दर्शकों ने उत्साहपूर्वक छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य की सराहना की।
प्रेम यादव की यह टीम पूर्व में भी कई राष्ट्रीय मंचों पर छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ा चुकी है। इस दल ने दिल्ली के लालकिला में 15 अगस्त को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुति दी थी। इसके अलावा उत्तराखंड, जयपुर, हैदराबाद, उज्जैन, इलाहाबाद, प्रदेश के विधानसभा भवन और मुख्यमंत्री निवास जैसे अनेक महत्वपूर्ण स्थलों पर भी शानदार प्रस्तुतियाँ दी हैं।

दल प्रमुख प्रेम यादव के नेतृत्व में टीम के सदस्य — छगन यादव, प्रहलाद यादव, उत्तम यादव, मुकेश यादव, झंकार यादव, टंकेश्वर यादव, चम्मन यादव, जोहत राम, राधेश्याम यादव, सावित्री यादव, चेतना यादव, किरण, सरोज, गूंजा, खुशलता, राजदुलारी और अजय यादव — ने अपनी-अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
“लोक कला यात्रा 2025” में गरियाबंद की इस प्रस्तुति ने न केवल छत्तीसगढ़ी संस्कृति को राष्ट्रीय मंच पर नई पहचान दिलाई बल्कि यह साबित किया कि प्रदेश की लोक परंपराएँ आज भी देशभर में अपनी सशक्त उपस्थिति बनाए हुए हैं।

Satyanarayan Vishwakarma serves as the Chief Editor of Samwad Express, a Hindi-language news outlet. He is credited as the author of articles covering topics such as local and regional developments



