संवाद एक्सप्रेस। विजय कुमार विश्वकर्मा
शहडोल। सिविल सर्जन जिला अस्पताल शहडोल डॉ. शिल्पी सराफ ने प्रकाशित खबर “डोनर होने के बाद भी ब्लड बैंक से रक्त देने मे चार घंटे लगाये, युवक की मौत” के संबंध मे वस्तुस्थिति से अवगत कराया है कि इस संबंध मे मुझे जानकारी मिली, तो मेरे द्वारा ब्लड बैंक अधिकारी डॉ. समीम अंसारी को नोटिस दिया गया और उनसे इस विषय मे जवाब माँगा गया। अवलोकन करने पर मेरे द्वारा पाया गया कि मरीज राहुल मौर्य उम्र 20 वर्ष दिनांक 22.10.2025 को 07:22 पी.एम पर गंभीर अवस्था में जिला चिकित्सालय शहडोल में भर्ती हुआ थां, उसे बुखार एवं पूरे शरीर में दर्द था, पूंछें जाने पर मरीज के परिंजन द्वारा बताया गया कि 2-3 दिन से मरीज का इलाज गोहपारू के किसी स्वास्थ्य कर्मी/एम.पी.डब्ल्यू के द्वारा किया गया था एवं स्थिति गंभीर होंने पर जिला चिकित्सालय, शहडोल भेजा गया । मरीज के भर्ती होने के उपरांत उसे केजुअल्टी ड्यूटी डॉक्टर द्वारा तत्काल ही इलाज प्रदान किया गया एवं ब्लड टेस्ट कराने हेतु लिखा गया। रात करीब 10 बजे मरीज का ब्लड सेम्पल सेन्ट्रल लैब मे जॉच हेतु भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट में पाया गया कि मरीज के ब्लड टेस्ट रिपोर्ट काफी चिंताजनक थी, हीमोग्लोबिन 3.7 ग्राम WBC Count 33000 Platelet count 38000 पाया गया। साथ ही मरीज का Bilirubin, SGOT, SGPT, urea creatnine & CRP बढ़ा हुआ था। मेडिकल विशेषज्ञ के द्वारा जब मरीज की रिपोर्ट का अवलोकन किया गया और उसे 02 यूनिट ब्लड एडवाइस किया गया एवं दोपहर 12:35 पी.एम. पर ब्लड रिक्वीजिशन फार्म मरीज के परिजन को प्रदाय किया गया । ब्लड के लिये मरीज के परिजन दोपहर 12:50 पी.एम. के आस-पास ब्लड बैंक पहुंचे, ब्लड बैंक स्टॉफ द्वारा ब्लड सेम्पल मे मरीज का नाम एवं ओ.पी.डी.नं. लिखवाने के लिये परिजनों को वार्ड भेजा गया ।
. दिनांक 23.10.2025 को ब्लड बैंक में करीब 90 यूनिट पैक्ड रेड सेल, 16 यूनिट प्लेट लेट्स, 500 यूनिट एफ.एफ.पी. उपलब्ध थे। मरीज का ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव था। चूँकि जिला चिकित्सालय, शहडोल ब्लड बैंक शहडोल का एकमात्र शासकीय ब्लड बैंक है, जिस पर न केवल शहडोल जिले के बल्कि मेडिकल कॉलेज एवं पड़ोसी जिले के मरीज भी ब्लड के लिये निर्भर रहते हैं। जिला चिकित्सालय, शहडोल ब्लड बैंक मे सिकल सेल, थैलीसीमिया, कैंसर मरीज एवं हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को बिना एक्स चेंज के ब्लड प्रदाय किया जाता है एवं ब्लड की आपूर्ति के लिये निरंतर ब्लड डोनेशन कैम्प लगाये जाते हैं। साथ ही ए पॉजिटिव एवं ए.बी. पॉजिटिव के अनेक सिकल सेल एवं थैलीसीमिया के मरीज रजिस्टर्ड होने के कारण इन ब्लड ग्रुप्स की कमी अक्सर ब्लड बैंक में बनी रहती है, जिसे रजिस्टर्ड ब्लड डोनर को बुलाकर आवश्यकतानुसार ब्लड उपलब्ध कराया जाता है।
दिनांक 23.10.2025 को भी ब्लड बैंक में ए.बी. पॉजिटिव ब्लड की कमी बनी हुई थी, अतः ब्लड बैंक द्वारा डोनर की व्यवस्था की गई एवं 1:28 पी.एम. पर ए पॉजिटिव डोनर द्वारा ब्लड डोनेट किया गया। ब्लड इश्यू करने के लिये ब्लड ग्रुपिंग, क्रास मैचिंग, टी.टी.आई एवं कम्पोनेंट सेपरेशन करने के लिये करीब 1-1.30 घंटे का समय लगता है, उसी दौरान ब्लड ट्रान्सफ्यूजन से पूर्व ही दोपहर 02 बजे मरीज की मृत्यु गंभीर स्थिति के कारण हो गई ।

Satyanarayan Vishwakarma serves as the Chief Editor of Samwad Express, a Hindi-language news outlet. He is credited as the author of articles covering topics such as local and regional developments



