अभनपुर/नवापारा। एनजीटी के निर्देशों के बावजूद नवापारा क्षेत्र के पारागांव में रेत माफिया खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे थे। प्रतिबंध के दौरान भी यहां पनडुब्बीनुमा मशीन लगाकर नदी के बीच से रेत निकाली जा रही थी। सूचना मिलने पर खनिज विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम ने पहली बार पनडुब्बी मशीन जब्त कर बड़ी कार्रवाई की है।
कैसे चल रहा था अवैध कारोबार
बरसात में नदी-नालों में पानी भरने से रेत खनन के लिए रैम बनाना संभव नहीं है। ऐसे में रेत तस्कर नई तकनीक का सहारा ले रहे थे। बोट पर पनडुब्बी जैसी मशीन लगाकर नदी के भीतर से रेत निकाली जाती, फिर पाइप के जरिए किनारे डंप कर चेन माउंटेन से हाइवा में भरकर बाहर भेज दिया जाता। दिन निकलते ही तस्कर मशीन, पाइप और वाहन को छुपा देते थे और रात होते ही फिर से अवैध खनन शुरू हो जाता था।

संयुक्त टीम की कार्रवाई
1 सितंबर को अभनपुर SDM रवि सिंह के निर्देश पर नवापारा तहसीलदार विक्रांत सिंह राठौर मौके पर पहुंचे और खनिज विभाग को सूचना दी। इसके बाद डिप्टी डायरेक्टर प्राची अवस्थी के निर्देशन पर खनिज अधिकारी हेमंत चेरपा, सहायक खनिज अधिकारी उमेश भार्गव, निरीक्षक जागृत गायकवाड, हेलेंद्र स्वर्णपाल, सुपरवाइजर डी.के. साहू, वाहन चालक दिनेश तिवारी सहित पुलिस बल ने संयुक्त कार्रवाई की।
टीम ने छुपाकर रखे गए चेन माउंटेन, पनडुब्बी मशीन और डंप किए गए 20 हाइवा रेत को जब्त किया। तस्करों ने उपकरण छुपाने की पूरी कोशिश की थी, लेकिन टीम ने उन्हें खोज निकालकर थाने भेज दिया। खबर लिखे जाने तक कार्रवाई जारी है।
एनजीटी का प्रतिबंध
बता दें कि एनजीटी के आदेशानुसार 15 जून से 15 अक्टूबर तक नदी-नालों से रेत उत्खनन पर पूर्ण प्रतिबंध है। इसके बावजूद क्षेत्र में रेत माफिया बेखौफ होकर रात में इस अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे थे।

Satyanarayan Vishwakarma serves as the Chief Editor of Samwad Express, a Hindi-language news outlet. He is credited as the author of articles covering topics such as local and regional developments



