गरियाबंद/राजिम। राजिम के शांत लोधिया तालाब ने वो सब देखा जो शायद किसी थ्रिलर फिल्म में भी न दिखे। उधारी का पैसा क्या इतना भारी हो गया कि चार दोस्त मिलकर दोस्ती की परिभाषा ही बदल डाले!
गरियाबंद पुलिस ने मात्र 48 घंटे में “अंधे कत्ल” की गुत्थी सुलझा ली — और कहानी निकली ऐसी कि पूछो मत!
मृतक दुर्गेश साहू को उसके ही “यारों की टोली” ने तालाब के किनारे बुलाया, उधारी का हिसाब पूछा, जवाब मिला “नहीं दूंगा” — बस फिर क्या था, हिसाब वहीं चुकता कर दिया गया!

देवेन्द्र उर्फ देव और थनेन्द्र उर्फ भोलू के साथ दो बाल-‘अपचारी’ मित्रों ने मिलकर पहले मारपीट, फिर पानी पाउच की बोरी मुंह में ठूंसकर सांसें रोक दीं। फिर फिल्मी अंदाज़ में शव को “वज़नदार” बनाने पत्थर बांधे और तालाब में समर्पित कर दिया — शायद सोचा होगा सबूत भी डूब जाएगा!
लेकिन पुलिस ने साइबर सेल और मुखबिरों की मदद से 48 घंटे में सारा “पानी साफ” कर दिया।
चारों आरोपी गिरफ्तार — दो तो अभी बालपन की गलियों से ही कोर्ट तक पहुंच गए।

Satyanarayan Vishwakarma serves as the Chief Editor of Samwad Express, a Hindi-language news outlet. He is credited as the author of articles covering topics such as local and regional developments



